पब्लिक रिलेशन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए एक बार फिर रंजन सिन्हा को बेस्ट पीआरओ के अवार्ड से नवाजा गया। इस बार मुंबई में आयोजित सबरंग भोजपुरी फ़िल्म अवार्ड 2017 में उन्हें यह सम्मान दिया गया। बता दें कि सबरंग भोजपुरी फ़िल्म अवार्ड भोजपुरी सिनेमा के लिए बॉलीवुड के फिल्म फेयर के समकक्ष है, जिसमें रंजन सिन्हा को भोजपुरी फिल्मों के बेहतरीन पीआर के लिए बेस्ट पीआरओ चुना गया।
गौरतलब है कि रंजन सिन्हा, पीआर के क्षेत्र में किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उन्होंने अपने 14 साल के पीआर करियर में सुपर स्टार मनोज तिवारी, रवि किशन, खेसारीलाल यादव, अवधेश मिश्रा जैसे दिग्गज कलाकारों के लिए भी बतौर प्रचारक बेहतरीन काम किये हैं। अब तक उन्होंने 350 से ज्यादा भोजपुरी फिल्मों के लिए पीआर किया है। हालांकि पिछले दिनों जब भोजपुरी सिनेमा लोगों के जेहन में धूमिल पड़ रही थी, उस समय फिर से रंजन सिन्हा सक्रिय हुए और इंडस्ट्री में वाइब्रेशन पैदा कर दिया। इस दौरान उन्होंने संजय भूषण पटियाला के साथ जोड़ी बनाई, जो आज के डेट में भोजपुरी सिनेमा के पीआर के क्षेत्र में सबसे सफल जोड़ी है। इन दोनों ने मिलकर अब तक कुल 150 से अधिक फिल्मों में पीआर किया है, जिसमें शत प्रतिशत फिल्मों को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। आज भोजपुरी इंडस्ट्री में रंजन सिन्हा और संजय भूषण पटियाला की पहचान सबसे कामयाब पीआरओ की है।
बहरहाल, रंजन सिन्हा ने अपने पीआर स्किल को और भी व्यापक बनाया और सिनेमा के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी सफल पीआरओ बन कर उभरे। बीते दिनों बिहार में राज्य सरकार द्वारा आयोजित सभी फिल्म महोत्सव में वे पीआरओ की भूमिका में दिखे। तो गुरू गोविंद सिंह प्रकाश उत्सव के 350वें प्रकाशोत्व पर आयोजित इंटरनेशनल आयोजन में भी उन्होंने अपनी छाप छोड़ी। इसके अलावा कुछ दिन पहले ही बिहार सरकार द्वारा निर्मित वर्ल्ड क्लास बिहार म्यूजियम के लोकार्पण समारोह और बिहार कला सम्मान समारोह में भी अपनी जिम्मेवारी को बखूबी निभाया। आज रंजन सिन्हा फिल्म के साथ – साथ गवर्नेमेंट, पॉलिटिकल, सोशल, कमर्सियल क्षेत्र में भी पीआर के लिए सबसे उम्दा विकल्प बन गए हैं।
गौरतलब है कि रंजन सिन्हा, पीआर के क्षेत्र में किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उन्होंने अपने 14 साल के पीआर करियर में सुपर स्टार मनोज तिवारी, रवि किशन, खेसारीलाल यादव, अवधेश मिश्रा जैसे दिग्गज कलाकारों के लिए भी बतौर प्रचारक बेहतरीन काम किये हैं। अब तक उन्होंने 350 से ज्यादा भोजपुरी फिल्मों के लिए पीआर किया है। हालांकि पिछले दिनों जब भोजपुरी सिनेमा लोगों के जेहन में धूमिल पड़ रही थी, उस समय फिर से रंजन सिन्हा सक्रिय हुए और इंडस्ट्री में वाइब्रेशन पैदा कर दिया। इस दौरान उन्होंने संजय भूषण पटियाला के साथ जोड़ी बनाई, जो आज के डेट में भोजपुरी सिनेमा के पीआर के क्षेत्र में सबसे सफल जोड़ी है। इन दोनों ने मिलकर अब तक कुल 150 से अधिक फिल्मों में पीआर किया है, जिसमें शत प्रतिशत फिल्मों को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। आज भोजपुरी इंडस्ट्री में रंजन सिन्हा और संजय भूषण पटियाला की पहचान सबसे कामयाब पीआरओ की है।
बहरहाल, रंजन सिन्हा ने अपने पीआर स्किल को और भी व्यापक बनाया और सिनेमा के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी सफल पीआरओ बन कर उभरे। बीते दिनों बिहार में राज्य सरकार द्वारा आयोजित सभी फिल्म महोत्सव में वे पीआरओ की भूमिका में दिखे। तो गुरू गोविंद सिंह प्रकाश उत्सव के 350वें प्रकाशोत्व पर आयोजित इंटरनेशनल आयोजन में भी उन्होंने अपनी छाप छोड़ी। इसके अलावा कुछ दिन पहले ही बिहार सरकार द्वारा निर्मित वर्ल्ड क्लास बिहार म्यूजियम के लोकार्पण समारोह और बिहार कला सम्मान समारोह में भी अपनी जिम्मेवारी को बखूबी निभाया। आज रंजन सिन्हा फिल्म के साथ – साथ गवर्नेमेंट, पॉलिटिकल, सोशल, कमर्सियल क्षेत्र में भी पीआर के लिए सबसे उम्दा विकल्प बन गए हैं।