सब्जेक्ट बेस्ड फिल्म के निर्माण का एक सार्थक प्रयास है ‘राज तिलक’ : प्रदीप शर्मा
रिलीज से पहले प्रोमोशनल पार्टी में दिखा भोजपुरी फिल्म ‘राज तिलक’ के सितारों का जलवा
भोजपुरी में सब्जेक्ट बेस्ड फिल्मों के निर्माण के लिए जाने जाने वाले निर्माता प्रदीप शर्मा और निर्देशक रजनीश मिश्रा की जोड़ी ऐसी ही एक और फिल्म लेकर तैयार है, जिसका नाम है – ‘राज तिलक’। बाबा मोशन पिक्चर्स प्राइवेट लिमिटेड के बनैर तले बनी यह फिल्म 12 जुलाई से पूरे देश में रिलीज होगी, लेकिन उससे पहले फिल्म को लेकर एक भव्य प्रमोशनल पार्टी का आयोजन किया गया है। इस पार्टी में फिल्म अभिनेता अरविंद अकेला कल्लू, अवधेश मिश्रा, पद्म सिंह, खुद निर्माता – निर्देशक और पीआरओ रंजन सिन्हा समेत फिल्म से जुडे तमाम लोग मौजूद रहे हैं, जहां प्रदीप शर्मा ने फिल्म ‘राज तिलक’ को भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में सब्जेक्ट बेस्ड फिल्म निर्माण का एक सार्थक प्रयास बताया। उन्होंने कहा कि भीड़ से अलग ‘राज तिलक’ एक सब्जेक्ट प्रधान फिल्म है, जिसमें कलाकारों का चयन का आधार कहानी का किरदार है। इसलिए हम कह सकते हैं कि फिल्म का हीरो सब्जेक्ट है, जिसे कल्लू समेत तमाम कलाकारों ने बखूबी जिया है।
आपको बता दें कि प्रदीप शर्मा और रजनीश मिश्रा की पिछली फिल्म ‘डमरू’ थी, जो अब नेशनल अवार्ड के लिए जा रही है। उसके बाद रजनीश मिश्रा अपनी कैफियत के अनुसार, एक और फिल्म ‘राज तिलक’ लेकर आ रहे हैं। इसके बारे में उन्होंने कहा कि प्रदीप शर्मा के रूप में भोजपुरी सिनेमा को एक ऐसा निर्माता मिला है, जिनकी सोच कुछ अलग करने की है। इसमें पद्म सिंह, अवधेश मिश्रा जैसे महान कलाकारों का साथ मिलता है। तभी हम अपने सिनेमा में क्लास को दिखा पाते हैं। रजनीश मिश्रा ने कहा कि प्रदीप शर्मा हमसे लगातार कहानियां सुनते हैं। फिर हम उस पर चर्चा करते है और फिर तय होता है कि फिल्म बनाया जाय या नहीं। इस मामले में मैं खुद को लकी समझता हूं। जहां तक ‘राज तिलक’ की बात है, तो इसकी कहानी बिहार – यूपी में होने वाले वर्चस्व की लड़ाई पर बेस्ड है।
उन्होंने कहा कि अक्सर बिहार – यूपी में लोग अपना वर्चस्व दिखाने की कोशिश करते हैं। अंग्रेजी में एक फिल्म आई थी ‘गॉड फादर’, जिसने मुझे बेहद प्रभावित किया था। क्योंकि उसका सब्जेक्ट हमें कनेक्ट करता था। तो मुझे लगा कि इस पर एक फिल्म बनाया जा सकता है। तब हम ‘डमरू’ फिल्म पर काम कर रहे थे, तभी हमने प्रदीप शर्मा को इसकी कहानी बताई थी। उसके बाद फिल्म निर्माण का फैसला हुआ। रजनीश मिश्रा ने कहा कि सिनेमा इंडस्ट्री में जो आंधियां चल रही है, उसमें एक सकारात्मक बयार चलाई जाय। यही प्रयास है। मैंने ‘मेहंदी लगा के रखना’ और ‘मैं सेहरा बांध के आउंगा’ की तरह ‘राज तिलक’ का एक सार्थक प्रयास किया है। उम्मीद है दर्शकों को यह फिल्म काफी पसंद आयेगी।
फ़िल्म 'राज तिलक' के निर्माता प्रदीप कुमार शर्मा, अनिता शर्मा और सह निर्माता पद्म सिंह हैं। फिल्म के निर्देशक रजनीश मिश्रा हैं और पीआरओ प्रचारक रंजन सिन्हा हैं। इस फिल्म में अरविंद अकेला कल्लू लीड किरदार में नजर आयेंगे। कल्लू के अलावा अवधेश मिश्रा, पदम सिंह, संजय पांडेय, सुशील सिंह, आनंद मोहन, देव सिंह, सुबोध सेठ, रोहित सिंह मटरू,सोनालिका,ज्योति पांडेय, अनिता रावत, पप्पू यादव, अरुण सिंह भोजपुरिया काका और राजीव यादव भी फिल्म में नजर आयेंगे।
रिलीज से पहले प्रोमोशनल पार्टी में दिखा भोजपुरी फिल्म ‘राज तिलक’ के सितारों का जलवा
भोजपुरी में सब्जेक्ट बेस्ड फिल्मों के निर्माण के लिए जाने जाने वाले निर्माता प्रदीप शर्मा और निर्देशक रजनीश मिश्रा की जोड़ी ऐसी ही एक और फिल्म लेकर तैयार है, जिसका नाम है – ‘राज तिलक’। बाबा मोशन पिक्चर्स प्राइवेट लिमिटेड के बनैर तले बनी यह फिल्म 12 जुलाई से पूरे देश में रिलीज होगी, लेकिन उससे पहले फिल्म को लेकर एक भव्य प्रमोशनल पार्टी का आयोजन किया गया है। इस पार्टी में फिल्म अभिनेता अरविंद अकेला कल्लू, अवधेश मिश्रा, पद्म सिंह, खुद निर्माता – निर्देशक और पीआरओ रंजन सिन्हा समेत फिल्म से जुडे तमाम लोग मौजूद रहे हैं, जहां प्रदीप शर्मा ने फिल्म ‘राज तिलक’ को भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में सब्जेक्ट बेस्ड फिल्म निर्माण का एक सार्थक प्रयास बताया। उन्होंने कहा कि भीड़ से अलग ‘राज तिलक’ एक सब्जेक्ट प्रधान फिल्म है, जिसमें कलाकारों का चयन का आधार कहानी का किरदार है। इसलिए हम कह सकते हैं कि फिल्म का हीरो सब्जेक्ट है, जिसे कल्लू समेत तमाम कलाकारों ने बखूबी जिया है।
आपको बता दें कि प्रदीप शर्मा और रजनीश मिश्रा की पिछली फिल्म ‘डमरू’ थी, जो अब नेशनल अवार्ड के लिए जा रही है। उसके बाद रजनीश मिश्रा अपनी कैफियत के अनुसार, एक और फिल्म ‘राज तिलक’ लेकर आ रहे हैं। इसके बारे में उन्होंने कहा कि प्रदीप शर्मा के रूप में भोजपुरी सिनेमा को एक ऐसा निर्माता मिला है, जिनकी सोच कुछ अलग करने की है। इसमें पद्म सिंह, अवधेश मिश्रा जैसे महान कलाकारों का साथ मिलता है। तभी हम अपने सिनेमा में क्लास को दिखा पाते हैं। रजनीश मिश्रा ने कहा कि प्रदीप शर्मा हमसे लगातार कहानियां सुनते हैं। फिर हम उस पर चर्चा करते है और फिर तय होता है कि फिल्म बनाया जाय या नहीं। इस मामले में मैं खुद को लकी समझता हूं। जहां तक ‘राज तिलक’ की बात है, तो इसकी कहानी बिहार – यूपी में होने वाले वर्चस्व की लड़ाई पर बेस्ड है।
उन्होंने कहा कि अक्सर बिहार – यूपी में लोग अपना वर्चस्व दिखाने की कोशिश करते हैं। अंग्रेजी में एक फिल्म आई थी ‘गॉड फादर’, जिसने मुझे बेहद प्रभावित किया था। क्योंकि उसका सब्जेक्ट हमें कनेक्ट करता था। तो मुझे लगा कि इस पर एक फिल्म बनाया जा सकता है। तब हम ‘डमरू’ फिल्म पर काम कर रहे थे, तभी हमने प्रदीप शर्मा को इसकी कहानी बताई थी। उसके बाद फिल्म निर्माण का फैसला हुआ। रजनीश मिश्रा ने कहा कि सिनेमा इंडस्ट्री में जो आंधियां चल रही है, उसमें एक सकारात्मक बयार चलाई जाय। यही प्रयास है। मैंने ‘मेहंदी लगा के रखना’ और ‘मैं सेहरा बांध के आउंगा’ की तरह ‘राज तिलक’ का एक सार्थक प्रयास किया है। उम्मीद है दर्शकों को यह फिल्म काफी पसंद आयेगी।
फ़िल्म 'राज तिलक' के निर्माता प्रदीप कुमार शर्मा, अनिता शर्मा और सह निर्माता पद्म सिंह हैं। फिल्म के निर्देशक रजनीश मिश्रा हैं और पीआरओ प्रचारक रंजन सिन्हा हैं। इस फिल्म में अरविंद अकेला कल्लू लीड किरदार में नजर आयेंगे। कल्लू के अलावा अवधेश मिश्रा, पदम सिंह, संजय पांडेय, सुशील सिंह, आनंद मोहन, देव सिंह, सुबोध सेठ, रोहित सिंह मटरू,सोनालिका,ज्योति पांडेय, अनिता रावत, पप्पू यादव, अरुण सिंह भोजपुरिया काका और राजीव यादव भी फिल्म में नजर आयेंगे।