यूडली फिल्म्स निर्मित उर्दू फिल्म ‘हामिद’ को मिला दो राष्ट्रीय पुरस्कार | Urdu film 'Hamid' produced by Yudli Films, got two national awards
यूडली फिल्म्स द्वारा निर्मित मार्मिक और व्यापक रूप से प्रशंसित फिल्म ‘हामिद’ को इस साल की शुरुआत में रिलीज के बाद से ही भारत और विदेशों में दर्शकों ने खूब पसंद किया है। तभी 66 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में इस फिल्म ने दो पुरस्कार जीते हैं – पहला सर्वश्रेष्ठ उर्दू फिल्म की श्रेणी में और दूसरा पुरस्कार तलहा अरशद रेशी ने सर्वश्रेष्ठ बाल अभिनेता के तौर पर जीता।
अपनी उपलब्धियों की सूची में एक नया आयाम जोड़ते हुए प्रोडक्शन स्टूडियो यूडली फिल्म्स ने प्रासंगिक और सशक्त पटकथा वाली फिल्में बनाने की अपनी दूरदर्शिता और क्षमता को साबित किया है। इस बारे में निर्देशक एजाज खान ने कहा कि मैं इस जीत से बेहद रोमांचित हूँ। यह फिल्म मेरे दिल के बहुत करीब रही है और मैं यह व्यक्त नहीं कर सकता कि इसने मुझे कितनी खुश दी है। इस फिल्म को साथ लाने के लिए मैं पूरी टीम अपने माता-पिता और परिवार का बहुत आभारी हूँ। मेरे लिए इस जीत का अनुभव खट्टा-मीठा रहा है, क्योंकि कश्मीर में फोन की लाइनें जाम होने की वजह से हम फिल्म के अपने हीरो तल्हा तक नहीं पहुँच सके हैं। मेरी इच्छा है कि मैं यह पल अभी उनके साथ साझा कर सकूँ।
यूडली फिल्म्स के निर्माता सिद्धार्थ आनंद कुमार ने कहा, "हामिद हमारे संघर्षपूर्ण समय में आशा और शांति के संदेश के साथ एक बेहद प्रासंगिक और संवेदनशील फिल्म है। इस फिल्म को बनाना कठिन था और राष्ट्रीय पुरस्कार के जूरी द्वारा सम्मान मिलना हामिद के हर कलाकार और क्रू के सदस्य की कड़ी मेहनत पर मुहर लगाता है। हम यूडली में ऐसी फिल्में बनाने का प्रयास करते हैं जो समय की कसौटी पर खरा उतरे और उम्मीद है कि हामिद भी उनमें से एक होगी
रसिका दुगल, विकास कुमार, सुमित कौल और तल्हा अरशद रेशी स्टारर 'हामिद' एक आठ साल के लड़के, हामिद और एक सीआरपीएफ जवान- के बीच के असंभाव्य बंधन की पड़ताल करती है जो अपनी परेशानी के हालात में एक-दूसरे की ओर देखते हैं। उनके बीच एक ऐसा संबंध विकसित होता है जो उन्हें संवाद और बातचीत के जरिए उनकी समस्याओं का हल निकालने में मदद करता है। फिल्म पूरी तरह से कश्मीर में शूट की गई है और आठ वर्षीय नायक एक स्थानीय कश्मीरी लड़का है। यूडली
यूडली फिल्म्स कंटेंट-आधारित फिल्मों के निर्माण और रिलीज करने के अपने वादे पर कायम है, चाहे वह 'अज्जी' हो, 'कुछ भीगे अल्फाज' , 'बृजमोहन अमर रहे', 'आश्चर्यचकित' हो या फिर इस साल जल्द रिलीज होने वाली फिल्में 'हब्बदी', 'एक्सोन' और 'छोटे नवाब'। इसने 'बृजमोहन अमर रहे' और 'म्यूजिक टीचर' के साथ नेटफ्लिक्स ओरिजिनल और 'अज्जी', 'कुछ भीगे अल्फाज' और 'आश्चर्यचकित' जैसी फिल्मों के साथ ओटीटी प्लेटफार्मों पर भी दस्तक दी है, जो अब नेटफ्लिक्स पर स्ट्रमिंग कर रही है।
यूडली फिल्म्स द्वारा निर्मित मार्मिक और व्यापक रूप से प्रशंसित फिल्म ‘हामिद’ को इस साल की शुरुआत में रिलीज के बाद से ही भारत और विदेशों में दर्शकों ने खूब पसंद किया है। तभी 66 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में इस फिल्म ने दो पुरस्कार जीते हैं – पहला सर्वश्रेष्ठ उर्दू फिल्म की श्रेणी में और दूसरा पुरस्कार तलहा अरशद रेशी ने सर्वश्रेष्ठ बाल अभिनेता के तौर पर जीता।
अपनी उपलब्धियों की सूची में एक नया आयाम जोड़ते हुए प्रोडक्शन स्टूडियो यूडली फिल्म्स ने प्रासंगिक और सशक्त पटकथा वाली फिल्में बनाने की अपनी दूरदर्शिता और क्षमता को साबित किया है। इस बारे में निर्देशक एजाज खान ने कहा कि मैं इस जीत से बेहद रोमांचित हूँ। यह फिल्म मेरे दिल के बहुत करीब रही है और मैं यह व्यक्त नहीं कर सकता कि इसने मुझे कितनी खुश दी है। इस फिल्म को साथ लाने के लिए मैं पूरी टीम अपने माता-पिता और परिवार का बहुत आभारी हूँ। मेरे लिए इस जीत का अनुभव खट्टा-मीठा रहा है, क्योंकि कश्मीर में फोन की लाइनें जाम होने की वजह से हम फिल्म के अपने हीरो तल्हा तक नहीं पहुँच सके हैं। मेरी इच्छा है कि मैं यह पल अभी उनके साथ साझा कर सकूँ।
यूडली फिल्म्स के निर्माता सिद्धार्थ आनंद कुमार ने कहा, "हामिद हमारे संघर्षपूर्ण समय में आशा और शांति के संदेश के साथ एक बेहद प्रासंगिक और संवेदनशील फिल्म है। इस फिल्म को बनाना कठिन था और राष्ट्रीय पुरस्कार के जूरी द्वारा सम्मान मिलना हामिद के हर कलाकार और क्रू के सदस्य की कड़ी मेहनत पर मुहर लगाता है। हम यूडली में ऐसी फिल्में बनाने का प्रयास करते हैं जो समय की कसौटी पर खरा उतरे और उम्मीद है कि हामिद भी उनमें से एक होगी
रसिका दुगल, विकास कुमार, सुमित कौल और तल्हा अरशद रेशी स्टारर 'हामिद' एक आठ साल के लड़के, हामिद और एक सीआरपीएफ जवान- के बीच के असंभाव्य बंधन की पड़ताल करती है जो अपनी परेशानी के हालात में एक-दूसरे की ओर देखते हैं। उनके बीच एक ऐसा संबंध विकसित होता है जो उन्हें संवाद और बातचीत के जरिए उनकी समस्याओं का हल निकालने में मदद करता है। फिल्म पूरी तरह से कश्मीर में शूट की गई है और आठ वर्षीय नायक एक स्थानीय कश्मीरी लड़का है। यूडली
यूडली फिल्म्स कंटेंट-आधारित फिल्मों के निर्माण और रिलीज करने के अपने वादे पर कायम है, चाहे वह 'अज्जी' हो, 'कुछ भीगे अल्फाज' , 'बृजमोहन अमर रहे', 'आश्चर्यचकित' हो या फिर इस साल जल्द रिलीज होने वाली फिल्में 'हब्बदी', 'एक्सोन' और 'छोटे नवाब'। इसने 'बृजमोहन अमर रहे' और 'म्यूजिक टीचर' के साथ नेटफ्लिक्स ओरिजिनल और 'अज्जी', 'कुछ भीगे अल्फाज' और 'आश्चर्यचकित' जैसी फिल्मों के साथ ओटीटी प्लेटफार्मों पर भी दस्तक दी है, जो अब नेटफ्लिक्स पर स्ट्रमिंग कर रही है।