रोमांटिक, सैड और आईटम सौंग के बाद अब भोजपुरिया श्रोताओं पर रैप सौंग का नशा चढ़ने वाला है। 20 मई को रैपर एैमि कंग भोजपुरी म्यूजिक के इतिहास में पहली बार रैप सौंग ‘लव-चांस’ लेकर आ रहे हैं, जिसका ऑडियो दो दिन पहले वेब म्यूजिक के यू-ट्यूब चैनल पर जारी किया गया था। इस ऑडियो को अब तक लाखों व्यूज मिल चुके हैं और अब इसका वीडियो भी 20 मई को रिलीज कर दिया जायेगा। बता दें कि इससे पहले भी एैमि कंग ‘बाबा जी की बूटी’ और ‘जय-जय बिहार’ से काफी सुर्खियां बटोर चुके हैं और अब वे सांग ‘लव-चांस’ के रूप में भोजपुरी म्यूजिक वर्ल्ड में पहली बार रैप लेकर आ रहे हैं। यह भोजपुरी में एक नई शुरूआत होगी।
खास कर भोजपुरिया युवाओं को अपनी ओर ज्यादा आकर्षित करने के लिए एैमि कंग ने भोजपुरी म्यूजिक इंडस्ट्री में इसकी एक शुरूआत की है। आमतौर पर भोजपुरी गानों में अश्लील शब्दों का अधिक प्रयोग किया जाता है इस वजह से समाज के एक खास वर्ग में इसकी पहुंच न के बराबर है। बड़े – बड़े समारोहो में भोजपुरी गानों पर सख्त पाबंदी होती है। इसका कारण भोजपुरी गानों में प्रयोग हो रहे द्विअर्थी बोल हैं। इन तमाम बातों से एमी काफी दुखी हैं। मगर एैमि की इस नई पहल से भोजपुरी म्यूजिक को उन जगहों पर ले जाने में मदद मिलेगी।
एैमि के अनुसार, ‘भोजपुरी मीठी बोली है और इसकी संस्कृति काफी समृद्ध है। पूरे विश्व में इसे बोलने वालों की संख्या बहुत ज्यादा है। यू कहें तो भोजपुरी का दायरा भी काफी बड़ा है। ऐसे में इसमें संभावनाओं की कमी नहीं है, बशर्ते जरूरत है कि यहां भी गुणवत्तापूर्ण गाने, इंटरनेशनल लेवल के संगीत और उसमें अच्छे शब्दों का प्रयोग हो।‘ बता दें कि इस म्यूजिक वीडियो के निर्माता चंचल सिंह है और डायरेक्टर महेंद्र कांग- साहिल शर्मा हैं। डीओपी पिंटू है, इसके गीतकार और संगीतकार संतोष पुरी हैं। इसकी शूटिंग दिल्ली, उत्तराखंड, मुंबई व बिहार में की गई है।
खास कर भोजपुरिया युवाओं को अपनी ओर ज्यादा आकर्षित करने के लिए एैमि कंग ने भोजपुरी म्यूजिक इंडस्ट्री में इसकी एक शुरूआत की है। आमतौर पर भोजपुरी गानों में अश्लील शब्दों का अधिक प्रयोग किया जाता है इस वजह से समाज के एक खास वर्ग में इसकी पहुंच न के बराबर है। बड़े – बड़े समारोहो में भोजपुरी गानों पर सख्त पाबंदी होती है। इसका कारण भोजपुरी गानों में प्रयोग हो रहे द्विअर्थी बोल हैं। इन तमाम बातों से एमी काफी दुखी हैं। मगर एैमि की इस नई पहल से भोजपुरी म्यूजिक को उन जगहों पर ले जाने में मदद मिलेगी।
एैमि के अनुसार, ‘भोजपुरी मीठी बोली है और इसकी संस्कृति काफी समृद्ध है। पूरे विश्व में इसे बोलने वालों की संख्या बहुत ज्यादा है। यू कहें तो भोजपुरी का दायरा भी काफी बड़ा है। ऐसे में इसमें संभावनाओं की कमी नहीं है, बशर्ते जरूरत है कि यहां भी गुणवत्तापूर्ण गाने, इंटरनेशनल लेवल के संगीत और उसमें अच्छे शब्दों का प्रयोग हो।‘ बता दें कि इस म्यूजिक वीडियो के निर्माता चंचल सिंह है और डायरेक्टर महेंद्र कांग- साहिल शर्मा हैं। डीओपी पिंटू है, इसके गीतकार और संगीतकार संतोष पुरी हैं। इसकी शूटिंग दिल्ली, उत्तराखंड, मुंबई व बिहार में की गई है।